उन नौ दिनों में सब भूल के माँ सबको देती एक समान आशीर्वाद और फल। उन नौ दिनों में सब भूल के माँ सबको देती एक समान आशीर्वाद और फल।
मनवांछित फल पावै, मैया जी को खूवै मनावें। मनवांछित फल पावै, मैया जी को खूवै मनावें।
क्यों सोच नहीं सही हो सकता है काश यह नवरात्रि रोज आए माँ, काश यह नवरात्रि रोज आए माँ। क्यों सोच नहीं सही हो सकता है काश यह नवरात्रि रोज आए माँ, काश यह नवरात्रि रोज...
आंसुओं को निकलने से रोकता हूँ, कहीं ये बददुआ न बन जाए तुम्हारी। दूर से राहें बदल लेता हूँ, कहीं फिर ... आंसुओं को निकलने से रोकता हूँ, कहीं ये बददुआ न बन जाए तुम्हारी। दूर से राहें बदल...
पर न जाने क्यो उसे न भेज पाई आज उसे पढ़ने पर फिर तुम्हारी याद आ गई पर न जाने क्यो उसे न भेज पाई आज उसे पढ़ने पर फिर तुम्हारी याद आ गई
मैं तो नहीं मिलता, मुझे तुम मिल जाती हो। मैं तो नहीं मिलता, मुझे तुम मिल जाती हो।